पहरूआ चैनल की पीछे के मंसा | भोजपुरी समाचार | बतकही |


पहरुआ चैनल - अपनी माईभाखा भोजपुरी में समाचार, बतकही, बात-विचार सुनीं। गाँव-जवार, खेत-खलिहान, भोजपुरिया संस्कृति, समाज, सभ्यता, भाखा
सबके समेटले के कोसिस कइल जाई अउर बिहाने-बिहाने रउआं के अपनी भाखा में सार्थक रूप से शब्द ब्रह्म के चरितार्थ करत सार्थक समाचार, सकारात्मक समाचार, बात-बिचार, बतकही सुनावल जाई। जय-जय।
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अति वेयस्त बानी, इ कही के बचल ठीक नइखे, केहू एतना भी बेयस्त ना होला की ओकरी लगे अपनन खातिर समय ना होखे...अगर ना होखे त निकाले के परेला...जी हां...आज काफी चिंतन मनन की बाद, सोच-विचार की बाद रोजो कम से कम 2-4-10 मिनट अपनी भाखा के देहले के प्रन कइनी हं...वइसे भी हम अपनन, अपनी भाखा से, अपनी समाज से दूर रहि के निष्प्राण हो जानीं...त जय-जय माईभाखा....कम लिखल...अधिक समझल....की साथे जय राम जी की।
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