सुश्री निशा राय जी के 2गो होरी गीत (13, 14) - फगुआ (होरी गीत) संग्रह पहल प्रतियोगिता - 2018

1.
बहे लागल देख फगुनी बयार...चलऽना गुंइयाँ बगिया में 
चह-चह चिरऽई चहकत होई 
मह-मह मोजर महकत होई 
पीयर  सरसो   लहकत होई
धरती कइले होइहें सोलहो सिंगार..चलऽना गुंइयाँ बगिया में 

छिछली तलइया डाल के पऽइयाँ
बइठल  जाई  पेड़     के  छऽइयाँ
ओढ़ के बदरा बिछा के   भुऽइयाँ
रिमझिम-रिमझिम बरसी अखियाँ से प्यार...चलऽ ना गुंइयाँ

रंगली   तोहरे  रंग   चुनरिया
फागुन में हो गइलीं बावरिया
अपनी नगरिया ले जा सँवरिया 
फली फूली उंहवें नेहिया हमार...चलऽ ना गुंइयाँ बगिया में 


2. 
चढ़ते फगुनवा में लोग बउरईले हाय रे फगुआ
झूमे लगले गउँआ जेवार हाय रे फगुआ

साल सूइटर भउजी घामा में सुखऽवली
मोटरी में बाँन्ह के मचानि पर चढ़ऽवली

पेन्ह लिहली साड़ी लहरेदार हाय रे फगुआ
झूमें लगलें गउँआ जेवार हाय रे फगुआ

फगुनी बयार में बेमार भइल दुनिया
घर से निकलला में डेराये लागल मुनिया

बिगड़ल समाज के बिचार हाय रे फगुआ 
झूमे लगलें गउँआ जेवार हाय रे फगुआ 
       
----निशा राय 
राम अवध नगर, खोराबार
गोरखपुर, उत्तरप्रदेश
पिन  273010
मो.न. 8542898686

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