माईभाखा समरिधी पहल - सतत माईभाखा प्रतियोगिता आयोजन
राउर विचार , सुझाव बहुते काम के रही। ----------------------------------------- # माईभाखा कहानी अउर # कबितई # प्रतियोगिता की सफलता से मन एकदम्मे गदगद बा। दरअसल इ प्रतियोगिता ना हो के एगो सतत चलेवाला पहल बा , बस माईभाखा भोजपुरी के लेखन से समरिध करे खातिर अउर साथे-साथे हर लिखवइया के प्रोत्साहित करे खातिर। कबितई प्रतियोगिता में आपन रचना भेजे वाला हर कबि के नमन बा अउर पुरस्कार ना मिलल त का भइल , रउआँ लिख के ए पहल के साकार कइनीं , इ हे रउआँ अउर आयोजक दल खातिर सनमान बा। एतने ना , संग्रह में हर कबि की रचचन के सादर प्रकासित कइल जाता.....अउर रउआं सब के सनमानित करत नव जागरन प्रकासन एक-एक प्रति सबके सादर भेंट करी....अउर त अउर इ संग्रह के परचार-परसार होई त साथे-साथे माईभाखा के परचार-परसार भी होई अउर जेकरी-जेकरी लगे इ संग्रह पहुँची उ सब भी त रउआँ के पढ़ीं अउर सहेज के रखी....इ सब ए ले लिखत तानी की पहल महत्वपूर्ण बा , माईभाखा के समरिधी महत्वपूर्ण बा अउर साथे-साथे रउआँ सब के जोगदान। जय-जय। ----------------------------------------- अब अपनी बात पर आवतानी- जल्दिए माईभाखा गीत प्रतियोगिता