माईभाखा कबितई प्रतियोगिता – 2017 के परिनाम घोसित

माईभाखा कबितई प्रतियोगिता के परिनाम रउआँ सब की सोझा राखत मन बहुते प्रसन्न बा। सबसे पहिले त हम ओ रचनाकार लोगन के सादर नमन करतानीं जे अपनी माईभाखा में लिखेला, ओकरी साथे-साथे ओ सब लोगन के जे सकारात्मक रूप से माईभाखा के कवनो न कवनो तरे समरिध कइले में लागल बा। अरे एतने ना, सही तरे देखीं त सबसे अधिका धन्यवाद के पात्र त पाठक महानुभाव लोग बा, जे समय निकाली के रचचन के पढ़ेला।
आज माईभाखा भोजपुरी कवनो परिचय के मोहताज नइखे। एकर डंका देस का विदेसन में भी बज रहल बा। इ पूरा तरे बैग्यानिकता पर खरा उतरत हर जगहि आपन मिठऊ अउर सरल छाप छोड़ रहल बिया। अभोजपुरिया भी एकर होत चलि जाता लोग। दिन-दिन एकर दायरा बढ़त चलि जाता, इ समरिध होत चलि जा तिया पर हँ, इ हो बात सही बा की अपनी कुछ लोगन की चलते इ तनि उपेछित भी बिया..... एकरा अबहिन जहाँ रहे के चाहीं, उहां पहुँच नइखे पवले। खैर,

माइयो भाखा के अच्छा दिन आई, भोजपुरिया लोग दिल खोलि के एकर गुनगान गाई।

आपन बात- सबसे पहिले त हम 47 मान्यवर कबिजी (जे आपन कबिता भेजले रहल ह) लोगन के नमन करतानीं अउर हिरदय से आभार वेयक्त करतानीं। अगर इहाँ सब आपन कबिता ना भेजले रहतिजाँ त इ परयास अधूरा के अधूरे रहि जाइत अउर साथे-साथे हमनियोजान की उत्साह में कमी आइत। सादर आभार आप सबके।
ए निर्नय के निर्यायक मंडली के निर्नय ना कहि के ए के ओ लोगन के विचार कहल जा सकेला। दरअसल निर्नायक मंडली के हर सदस्य ए कबितन के बार-बार पढ़ि के एगो पाठक की तरे आपन विचार रखले बा। त इ सब भी बधाई अउर अभिनंदन के पात्र बा।

त निर्यायक मंडली के विचार रउओं देख लीं-
1.   सम्माननीया निशा राय जी - पहिला
2.   सम्माननीया सोनी पाण्डेय जी - दूसरा
3.   सम्माननीय तरुण तरकस जी - तीसरा
4.   सम्माननीय पंकज यादव जी – प्रोत्साहन पुरस्कार
5.   सम्माननीय कन्हैया प्रसाद तिवारी रसिकजी – प्रोत्साहन पुरस्कार

त ए सब बिजेता महानुभावन की साथे-साथे आपन रचना भेजि के ए पहल के सफल बनावे वाला हर माननीय कबि के सादर नमन। एगो अउर बात- पहिला पुरस्कार एनसीएस फिल्म्म (700) की ओर से आई। दूसरा (600), तीसरा (500) अउर प्रोत्साहन (400-400) भोजपुरी नगरिया की ओर से। जीतल प्रतिभागी लोगीं से सादर अनुरोध बा की आपन बैंक खाता नं. अउर नाम आदि prabhakargopalpuriya@gmail.com पर मेल क दीं जां, ताकि इ धनरासि रउआँ सब की खाता में हस्तांतरित क देहल जाव। एगो अउर बात आवे वाला समय में ए बिजेता लोगीं के मोमेंटो आदि की साथे विधिवत सनमानित करे के विचार बा। जय-जय। संग्रह छपे खातिर चलि गइल बा, जवने में हर कबि के स्थान मिलल बा। बार-बार जय-जय। अरे हँ, खूब लिखीं, दूसरे के लिखे के परेरित करीं। जय-जय माईभाखा।
जल्दिए आ रहल बा- माईभाखा गीत प्रतियोगिता-2017

सादर अभिनंदन अउर बधाई।

आयोजन सहयोग- भोजपुरी पंचायत, नवजागरण प्रकाशन, कंपूनेट सलूसन, अउर एनसीएस फिल्म्स

टिप्पणियाँ

  1. वाहः बहुत नमन विजेता लोग के ढेर सारा बधाई आ शुभकामना।
    बाकी कविवर लो के भी शुभकामना अइसही लिखीं सभे आ माईभाषा के आगे बढ़ाई लो।🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
    प्रणाम आ जय भोजपुरी-- जय भोजपुरिया

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  2. आयोजन समिति आ विजयी प्रतिभागी लोगन के बधाई. उमेद बा भोजपुरी के विकास में कड़ी आगे बढ़त जाई.

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