जोगीर्रा सरSSररSS पहल प्रतियोगिता - 2018

आपन मेहरी पेट ढंके, दूसरे के रखले रहे उघार,
इ हे आज के सोंच कबीरा, इ हे त बा संसार....जोगीर्रा सरss ररss....


जोगीर्रा सरSSररSS...पहल बा...बस की लोग अपनी भाखा में लिखे...खेल-खेल में लीखे..सब केहू लिखे....प्रतियोगिता ना पहल.....सुनतानीं...तनि एगो लल्लनटाप कुरताफाड़ जोगीर्रा लिख भेजीं...रउरी जोगीर्रा में नेतन के धोती खुलो चाहें गील होखो....भस्टाचार, बेरोजगारी के हवा खुलो भा...कवनो भी सामाजिक सरोकार...आपन गाँव दुआर के बात होखो.....लिख भेजीं...एगो एइसन जोगीर्रा जवने के अगिला फगुआ ले लोग गुनगनइले पर मजबूर होखे...जय-जय। prabhakargopalpuriya@gmail.com पर अपनी नाम, फोटो आदि की साथे मेल क दीं। जय-जय।


टिप्पणियाँ

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

श्री आशुतोष पाण्डेय उर्फ आशु बाबा के 1गो होरी गीत (10) - फगुआ (होरी गीत) संग्रह पहल प्रतियोगिता - 2018

सुश्री निशा राय जी के 2गो होरी गीत (13, 14) - फगुआ (होरी गीत) संग्रह पहल प्रतियोगिता - 2018

श्री धर्मदेव चौहानजी के कुछ अउर जोगीर्रा - जोगीर्रा सरSSररSS पहल प्रतियोगिता - 2018