श्री कन्हैया प्रसाद रसिक जी के 1गो होरी गीत (09) - फगुआ (होरी गीत) संग्रह पहल प्रतियोगिता - 2018

गोरिया करिके सिंगार 

गोरिया करिके सिंगार 
छने छने देखेली सुरतिया

बिंदिया लगाके गोरी निंदिया उड़वली
कजरा कटाह से कटारी चलवली
लामी लामी केशिया के झार हो
आहे लामी लामी केशिया के झार
छने छने देखेली सुरतिया
गोरिया करिके सिंगार 
छने छने देखेली सुरतिया।।

कनवा में नीक लागे झुमका तितल्ला
नथुनी मचावे रोज चलला प हल्ला 
ओठवा से चुवे रसधार हो
ओठवा से चुवे रस धार
छने छने देखेली सुरतिया
गोरिया करिके सिंगार 
छने छने देखेली सुरतिया।।

बूटीदार सड़िया प छोटे छोटे बूना
गोरिया के रूप बाटे लाख में नमूना
चमकेला हीरावा के हार हो
चमकेला हीरावा के हार
छने छने देखेली सुरतिया
गोरिया करिके सिंगार 
छने छने देखेली सुरतिया।।

कन्हैया प्रसाद रसिक 

परिचय:-
नाम- कन्हैया प्रसाद रसिक
ग्राम- हथडीहाँ , 
पोस्ट- सकरी रामनगर ( हसन बाजार)
जिला- रोहतास ( बिहार )
भूतपूर्व वायु सैनिक ( वारंट अफिसर )
कृति-  पथिक-पाथेय और ऊँ भ्रष्टाचाराय नम: ( हिन्दी में काव्य संग्रह )
मोबाइल नं. - 8867651348

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