8. दिलीप पैणाली जी के एगो अउर कबिता-गीत (27) - माईभाखा कबितई प्रतियोगिता
नयना से नीर ढरे
नयना से नीरऽ ढरे
सेजिया प कांट गडे,
तनवा में अगिया
लगावऽता सवनवा ।
सेजिया प कांट गडे,
तनवा में अगिया
लगावऽता सवनवा ।
चुनरी सडकतऽ बाटे
छतिया धड़कताऽ बाटे,
देशवा का ओरा काहे
गइलऽ सजनवा ।
तनवा में अगिया
लगावऽता सवनवा----
छतिया धड़कताऽ बाटे,
देशवा का ओरा काहे
गइलऽ सजनवा ।
तनवा में अगिया
लगावऽता सवनवा----
करीं अब शबुरऽ कइसे
लागऽताटे तीर जइसे,
ननदी के बोलिया
घावाहिल करे मनवा ।
तनवा में अगिया
लगावऽता सवनवा ।
लागऽताटे तीर जइसे,
ननदी के बोलिया
घावाहिल करे मनवा ।
तनवा में अगिया
लगावऽता सवनवा ।
टुटलऽ पलानी नीक
होई नाहीं कवनो दीक,
खाइल जाई संगे
जवन जुडी-मिली अनवा।
तनवा में अगिया
लगावऽता सवनवा ।
होई नाहीं कवनो दीक,
खाइल जाई संगे
जवन जुडी-मिली अनवा।
तनवा में अगिया
लगावऽता सवनवा ।
कठिनऽ जिअलऽ बाटे
रतिया धावे काटे,
देहिया में नइखे बांचल
खून एको कनवा ।
तनवा में अगिया
लगावऽता सवनवा ।
रतिया धावे काटे,
देहिया में नइखे बांचल
खून एको कनवा ।
तनवा में अगिया
लगावऽता सवनवा ।
महल नाहीं गाडी चाहीं
मांगब अब साडी नाहीं ,
तोहसे बढी पैणाली
नइखे कवनो धनवा।
तनवा में अगिया
लगावऽता सवनवा ।
मांगब अब साडी नाहीं ,
तोहसे बढी पैणाली
नइखे कवनो धनवा।
तनवा में अगिया
लगावऽता सवनवा ।
दिलीप पैणाली
सैखोवाघाट
तिनसुकिया
असम।
९७०७०९६२३८
सैखोवाघाट
तिनसुकिया
असम।
९७०७०९६२३८
आहो दिलीप जी ! गुनगुनाय के मन हो रहल बा ! सुन्नर गीत खातिर साधुवाद !
जवाब देंहटाएंजय-जय.....बहुत सुन्नर भाईजी.....जय-जय माईभाखा
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